New RBI Rules: हाल ही में RBI ने लोन रिपेमेंट को लेकर एक बड़ी घोषणा की है. जिसका प्रभाव उधारकर्ताओं को पडने वाला है. इसलिए सभी उधारकर्ताओं को 30 जून तक इस नए नियमों को जानकर समझना बेहत आवश्यक है. तो चलिए आगे इस नए बदलाव और उसका उधारकर्ताओं पर पडने वाला प्रभाव इन सबके बारे में जानते है.
उधारकर्ताओं के लिए क्या परिवर्तन होगा
नए निर्देशो के अनुसार अब उधारकर्ताओं को अपने EMI की सुची पर पूनर्विचार करना होगा. ब्याज गणना के नए परिवर्तन से समग्र ऋण लागत प्रभावित हो सकती है. साथ ही अलग अलग पूर्व भुगतान विकल्प उपलब्ध होगें. देर से भूगतान करने पर जूर्माना शूल्क देना पडता है, उसपर नए निर्देश अपडेट किए है.
इसके अलावा उधारकर्ताओं की शिकायतों का बेहतरीन निवारण किया जाएगा और लोन अप्रूवल की दस्तावेजीकरण प्रक्रिया को माॅडीफाय किया जाएगा.
उधारकर्ताओं को EMI अनुसूची की जांच क्यों करनी है
उधारकर्ताओं को 30 जून से पहले यह निश्चित करना है, कि अपनी EMI की सुची नए दिशानिर्देशों के अनुरूप है. उधारकर्ताओं के मासिक बजट पर प्रभाव पड सकता है. इसलिए उन्हें नए नियमों और शर्तों की जांच करना आवश्यक है.
इसलिए उधारकर्ताओं को अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से बात कर इसकी स्पष्टता को समझना जरुरी है. साथ ही उन्हें ईएमआई की राशी के संभावित वृद्धि के लिए भी तैयार रहना है.
30 जून पहले उधारकर्ताओं को उठानें है यह कदम
- आपकी ईएमआई की अनुसूचिया नए नियम के अनुरूप है, यह निश्चित करना है
- अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करके इसकी स्पष्टता के बारे में जान ले.
- ईएमआई राशी में होनेवाला परिवर्तन आपको बजट पर क्या असर करेगा, इसके बारे में जांच ले.
- लोन की शर्तों के नियमों में होनेवाले परिवर्तन के लिए तैयार रहे.
- वित्तीय विशेषज्ञो ने दी हुई सलाह पर विचार करे.
उधारकर्ताओं के लिए उपयोगी संसाधन
- उधारकर्ता नई ईएमआई राशी का अनुमान लगाने के लिए ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर की सहायता ले सकते है.
- बेहतर बजट और योजना के लिए वित्तीय नियोजन ऐप्स का उपयोग कर सकते है.
- सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए आरबीआई की अधिकारीक दस्तावेज की प्रतिक्षा करे.
- वित्तीय समाचार ऑनलाइन उपभोक्ता मंच से जुड़े रहे.
30 जून की समयसीमा की तैयारी
उधारकर्ताओं को 30 जून से पहले ही आरबीआई के नए दिशानिर्देशों का अनुपालन निश्चित करना आवश्यक है. ईएमआई की अनुसूची में किसी परिवर्तन की दोबारा जांच जरूर कर ले.अपने ऋणदाता से स्पष्टीकरण मांगने में किसी भी प्रकार का संकोच न करे. आरबीआई से आने वाले नवीन अपडेट को लेकर सतर्क रहे.