sip bounce charges: आजकल के इस बढते सायन्स की युग में हर काम तेजी से होता दिख रहा है. जिससे जब भी हम म्यूच्युअल फंड में एसआयपी शुरू करते है, तो हम उसके लिए एक तारीख सिलेक्ट करते है. जिस दिन हर महीने आपके बैंक अकाउंट से तय की हुई रकम अपने आप कटकर SIP में निवेश हो जाती है. यह एक बेहद ही आसान और बेहतरीन तरीका है, जिससे नियमित निवेश किया जा सकता है. लेकिन अगर उस दिन आपके अकाउंट में रकम नहीं हो, तो SIP नहीं कटेगी यानी उस महीने निवेश नहीं होगा. जिससे बैंक उस फेल ट्रांजैक्शन के लिए आपसे चार्ज भी ले सकता है. इसके अलावा ऐसा बार बार होता है, तो कंपनी आपकी एसआयपी बंद भी कर सकती है.
इसलिए आपको अपने बैंक अकाउंट मे SIP वाले दिन पैसा जरूर रखना है. जिससे आपका निवेश आसानी से हो पाए. तो चलिए जानते है, अगर SIP के दिन आपके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं होने से एसआयपी फेल हो जाती है. तो आपको कितना चार्ज लगता है और उसके नियम इन सबके बारे मे विस्तार से जानते है.
SIP पेमेंट फेल हो तो
अगर एसआयपी के पेमेंट के दिन बैंक ने उसमें पेमेंट करने की कोशिश की और उस समय आपके बैंक अकाउंट मु पैसे नही हो. तो आपका ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है. इसे एसआइपी की मिस्ड इंस्टालयमैंट कहा जाता है.
बैंक कितना लगाता है चार्ज
अगर आपने SIP के लिए ECS यानी इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम या फिर NACH यानी नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस की सुविधा ली है. अगर आपके अकाउंट में पैसे नहीं होने के कारण आपका पेमेंट फेल हो चुका है, तब बैंक आपसे बाउंस चार्ज ले सकता है. साधारण यह चार्ज ₹150 से ₹500 के बीच होता है, लेकिन यह चार्ज हर बैंक के नियमों के आधार पर तय होता है.
SEBI के नियम
SEBI के नियमो के अनुसार अगर SIP की किस्तें बार बार मिस हो जाएं, तो एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) जो फंड मैनेज करती है, वह आपका SIP बंद कर सकती है. अगर आपकी लगातार 3 से 5 पेमेंट फेल हो जाए तो SIP बंद हो सकता है. लेकिन हर फंड हाउस के नियमों में अंतर हो सकता है.
क्या इसका क्रेडिट स्कोर पर असर होगा
एसआयपी कोई लोन या फिर कोई क्रेडिट प्रोडक्ट नहीं है, इसलिए इसका पेमेंट फेल होने पर इसका कोई भी असर आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पडेगा. लेकिन अगर ऐसा बार बार होने पर बैंक ECS फेल होने की सूचना CIBIL को देता है, तोड़ इसका कुछ असर इनडायरेक्टली हो सकता है.
लाॅंग टर्म फाइनेंशियल गोल्स पर असर
SIP की सबसे बडी खासियत यह है कि इसमें हर महिने थोड़ा थोडा निवेश कर एक बडा फंड तैयार करना और साथ ही कंपाउंडीग का फायदा मिलता है. अगर आपका एसआयपी पेमेंट बार बार फेल हो जाता है, और आपकी इसमें निवेश करने की कंटीन्यूएटी तूट जाती है. तो आपको कुछ नुकसान हो सकते है. जैसे की रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा, घर खगोल्स, इन लाॅन्च टर्म गोल्स के लिए जो आपका टारगेट अमाउंट था. वह आप समय पर नहीं बना सकते. इसके अलावा कंपाउडींग का फायदा रूक जाता है, जिससे आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग रूक जाती है.